बच्चों की स्किन बहुत सेंसिटिव होती है। जरा सी भी लापरवाही रैशेज की वजह बन सकती है। ऐसे में जो बच्चे ज्यादा समय तक डायपर पहन कर रखते हैं, उन्हें ये भी समस्या होती है। लंबे समय स्किन में हवा न जाना, स्किन का गीला रहना या पॉटी में रहने से रैशेज हो जाते हैं।
ऐसे में बच्चे की पेंटी एरिया में लाल रंग के चकत्ते या निशान बन जाते हैं। इससे बच्चे को टॉयलेट करते समय भी जलन होती है। वैसे तो मार्केट में रैश क्रीम मिलती है, लेकिन आप चाहें तो कुछ असरदार घरेलू उपाय भी ट्राई सकते हैं। आइए आपको बताते हैं रौशेज होने पर क्या करना चाहिए....
नारियल तेल
नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसमें मौजूद सैचुरेटेड फैट बच्चे को स्किन को अंदर से मॉइस्घ्चराइज रखता है। इसमें एंटीफंगल, एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो रैशेज को खत्म करने का काम करते हैं। दिन में 2- 3 बार स्किन के सूख जाने पर अच्छे से नारियल तेल से मसाज करें।
दही
रैश में आप दही भी लगा सकती हैं। इसमें सूजन- रोधी और प्रोबायोटिक होते हैं जो इंफेक्शन को दूर करने का काम करते हैं।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा जेल स्किन में जलन और सूजन की समस्या को कम करता है। इससे लगाने से स्किन को ठंडक मिलती है। आप दिन में 2-3 बार बच्चे को रैशेज वाली जगह पर एलोवेरा जेल लगाएं। इससे रैश पैदा करने वाली बैक्टीरिया खत्म हो जाएगी।
ओटमील
बच्चे की त्वचा सेंसिटिव और मुलायम होती है, इस वजह से रैश जल्दी हो जाते हैं। इसके लिए आप ओटमील का पेस्ट अप्लाई कर सकती है। इसमें सैपोनिन नामक यौगिक होता है जो त्वचा से धूल-मिट्टी और ऑयल को हटाता है। इससे सूजन और जलन में आराम मिलेगा। इसके लिए बच्चे के नहाने वाले पानी में एक चम्मच सूखा ओटमील डाल दें। इस पानी में 20 मिनट तक बच्चे को रखें और फिर अच्छी तरह बच्चे की शरीर को पोछ लें।
डायपर रैशेज से बचने के लिए ये टिप्स भी आएंगे काम
- डायपर गीला होते ही बदल दें।
- डायपर चेंज करवाते वक्त बच्चे को अच्छे से क्लीन कर लें।
-डायपर को ज्यादा टाइट न पहनाएं।
- बच्चे की त्वचा को ज्यादा सुखा रखने की कोशिश करें।
- कुछ समय से लिए डायपर हटा दें, ताकि बच्चे की स्किन को सांस लेने का मौका मिले।