आई, आई सर्दी आई
कंबल ,रजाई सुहाई
एसी, कूलर पर चढ़ी धूल
ठंडा पानी पीना गई भूल।।
गन्ने का रस,अदरक की चाय लाजवाब
कोल्डड्रिंक को दे दो अब सभी जवाब
सरसों साग ,मक्का रोटी ,घी संग गुड खाओ
खाओ शाकाहारी पकवान भूलो सड़े कबाब।।
हो संभव तो बैठो उष्णता भरित धूप में
मत घूमो अब रात की ठंडी समीरन में
सिर पर टोपी ,पैरों में जुराबें सभी पहनो
समझो सभी कुछ नहीं रखा फैशन में।।
बच्चों और बुजुर्गों का करो ख्याल
मित्रों का भी पूछो सदा हाल-चाल
मेरे संदेश को अमल करना सभी
हे प्रभु! सर्दी में मचे ना कहीं बवाल।
ऊनी वस्त्र पहन सर्दी को करो सलाम।।
✍️ डॉ० प्रेरणा गर्ग दिल्ली