भारत के संविधान जनक भीमराव आंबेडकर महान,अधिकारों और कर्तव्यों से गूंजा भारत महान।।
26 जनवरी 1950 को बना संविधान महान,अनुच्छेदों से गड़ा गया भारत का संविधान बना पूरा महान।।
विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान,पवित्र जीवंत है भारतीय संविधान।।
महान संग्रह है यह हमारे मूल सिद्धांत, इसके कारण सुरक्षित चलता भारत देश महान।।
पंद्रह अगस्त सन सैंतालीस,भारत ने स्वतंत्रता पाई थी, तब छब्बीस जनवरी उन्नीस पचास,संविधान कीं बारी आ गई थी।।
हमारा संविधान 2वर्ष11 माह 18 दिन में पुरा हुआ,26 नवम्बर 1949 में संविधान सभा में पारित कि गई थी।।
26 जनवरी जय गणतंत्र दिवस,सार्वभौमिक स्वाधीन राष्ट्र बना।।
मौलिक अधिकार व कर्तव्य नीति,संविधान संसदीय संघ बना।।
है,संविधान लचीला अति कठोर,
नित परिवर्तनीय जनता हित में।।
संघ इकाई समवर्ती सूची,संघीय संचालन भारत हित में।।
राजेन्द्र,सच्चिदानंद सभापति ,
शताधिक न्यायिक संविधान सजी।।
विविध विषमता भरा पड़ा भारत,स्वाभिमान राष्ट्र संविधान शान, सजी।।
359 अनुच्छेद 12अनुसूची में निर्मित,25 भागों में वर्तमान का यही संज्ञान है।।
1935 में हुआ था महत्वपूर्ण समझौता,उसी के तर्ज पर बनाया गया विधान है।।
नीति निर्देशक तत्व धर्मनिरपेक्षता की शान,भारत देश महान संविधान है अविराम।।
विविधता में एकता भारत के संविधान की शान ,मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों का देते हैं ज्ञान।।
भारतीय संविधान का मूल आधार,आजादी के पहले का यह विधान है।
मूल अधिकार मानव हित में निर्मित,यही स्वतंत्र भारत का संविधान है।।
संविधान,राज्य और केंद्र का बंटवारे बतलाता,सरकार चलाने की विधि समझाता,राज धर्म की तरह चलता संविधान।।
जीने का अधिकार देता संविधान।।
ऊंच-नीच, छूआछूत का भेद मिटाता,सेवाभाव से मानव में मानवता महान है।।
समाज सुधारक राजनीतिज्ञ का नेता,बहुमुखी प्रतिभा के धनी महा विद्वान है।।
देश का संविधान विश्व में रखता मान,एकता का पाठ सिखाता।।
हर देश वासी के दिल में स्थान रखता।।
अभिव्यक्ति, विश्वास,धर्म,उपासना का अधिमान।।
प्रतिष्ठा,अवसर की समता,गरिमा का संधान।।
राष्ट्रीय एकता और अखंडता,सम प्रभुत्ता का प्रमाण करता।।
गणतंत्र का सजग प्रहरी,भारत का संविधान लेखा जोखा प्रमाण करता।।
सिक्ख-हिन्दू -मुसलमान के,भागे फिरंगी,देश को फिर से जगाया।। महात्मा गांधी,अम्बेड़कर और स्वामी विवेकानन्द के ज्ञान भगत सिंह,राजगुरु ,सुखदेव, राजगुरु की वीरता को इतिहास के पन्नों में जिंदा जगाया।।
मंदिर - मस्जिद के झगड़ों ने, जहां बाँट दिया इंसान को।।
अदालत में न्याय मिला आज ,उस अल्लाह और भगवान को।।
गणतंत्र का वंदन करता चले लोकतंत्र सरकार,भारतीय संविधान को नमन करती हूं बारंबार।।
देश हित राष्ट्रप्रेम की अलख जगाई,मैं भारत के संविधान को नमन करती हूं बारंबार।।
मां भारती पृष्ठ धरा पर तुझे वन्दन ,भारतीय संविधान को नमन बारंबार।।
भीमराव आंबेडकर का बड़ा योगदान है,वीर सपूत बाबा साहेब आंबेडकर को,श्रद्धा सुमन अर्पित-समर्पित शत् बार।।
2015 में थी 125वीं जयंती डॉक्टर अंबेडकर,26 नवंबर को मनाया संविधान दिवस।।
राष्ट्रीय कानून दिवस भी होता संपूर्ण भारत में मनाते ,हो गौरवान्वित होता,इसी दिवस।।
स्वरचित मौलिक
सुजाता चौधरी
इन्दौर मध्य प्रदेश।।