निर्माणाधीन गोआश्रय स्थलों को शीघ्रता से करें पूर्ण: कमिश्नर

सहारनपुर। मण्डलायुक्त डॉ. हृषिकेश भास्कर यशोद की अध्यक्षता में सर्किट हाउस सभागार में गौआश्रय स्थलों की स्थापना, क्षमता विस्तार, क्रियान्वयन, संचालन एवं प्रबंधन के संबंध में बैठक आहूत की गई। 

बैठक में मण्डलायुक्त ने ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में नवीन अस्थायी गो आश्रय स्थल निर्माण एवं क्षमता विस्तार, ग्रामीण तहसीलों में कैटल कैचर एवं ट्रैक्टर क्रय तथा गो संरक्षण अभियान में उनके उपयोग, गौ आश्रय स्थलवार एवं सुपुर्दगार वार उपयोगिता प्रमाण पत्र का प्रेषण एवं धन उपलब्धता, प्रत्येक गौ आश्रय स्थल पर एक केयर टेकर की तैनाती, ब्लाकवार एवं नगरीय निकायवार गो संरक्षण की प्रगति एवं संरक्षण हेतु अवशेष गोवंश में संबंध में बिन्दुवार समीक्षा की।

मंडलायुक्त ने कहा कि निराश्रित गौवंश संरक्षण प्रदेश सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में है। इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य न होगी। उन्होंने कहा कि गौ संरक्षण केंद्रों का भुगतान समय से करने के साथ ही डाटा फीडिंग समय से की जाए। संरक्षण केंद्रों में रह रहे गौवंशों का टीकाकरण करने के साथ ही पेट के कीड़े मारने वाली दवाई भी समय से खिलाई जाए। उन्होंने कहा जो गोवंश खुले में घूम रहे हैं, उन्हें संरक्षित किया जाए। खाने-पीने की समुचित व्यवस्था के साथ हरे चारे के इंतजाम के साथ ही सुरक्षा का पर्याप्त इंतजाम किया जाए।

डॉ0 हृषिकेश भास्कर यशोद ने निर्देश दिए कि मण्डल में संचालित गो आश्रय स्थलों का मानक के अनुरूप विस्तार किया जाए। जिन गो आश्रय स्थलों का विस्तारीकरण प्रगति पर है उन्हे शीघ्रता के साथ पूर्ण किया जाए एवं जहां पर आवश्यकता है वहां नये गो आश्रय स्थलों का निर्माण किया जाए। उन्होने निर्देश दिए कि मण्डल के ऐसे निकाय जिनमें एक भी गो आश्रय स्थल नहीं है उनमें शीघ्रता के साथ आवश्यक कार्यवाही करते हुए गो आश्रय स्थल के निर्माण हेतु कार्ययोजना तैयार करें। उन्होने कडे निर्देश दिए कि बैठक में संबंधित अधिकारी पूर्ण तैयारी के साथ आएं। 

मण्डलायुक्त ने कैटल कैचर के संबंध में समीक्षा करते हुए कहा कि मण्डल की प्रत्येक तहसील एवं निकाय में कम से कम एक कैटल कैचर अनिवार्य रूप से होना चाहिए। इस हेतु धन के संबंध में शासन को डिमाण्ड पत्र भेजा जाए। गो संरक्षण अभियान के तहत गठित टीम अपनी सक्रिय सहभागिता निभाते हुए अधिक से अधिक गोवंश का संरक्षण सुनिश्चित कराएं। उन्होने निर्देश दिए कि सुपुर्दगी में दिये गये गोवंश के भरण पोषण हेतु दी जाने वाली धनराशि की नवंबर माह का मांग पत्र पोर्टल पर दर्ज कराया जाए।

बैठक में जिलाधिकारी सहारनपुर डॉ. दिनेश चन्द्र, अपर आयुक्त प्रशासन सुरेन्द्र राम, मुख्य विकास अधिकारी सहारनपुर सुमित राजेश महाजन, मुख्य विकास अधिकारी मुजफ्फरनगर संदीप भागिया सहित मण्डल के तीनों जनपदों के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे।