चित्रकूट | राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आज समसामयिक स्वास्थ्य संगोष्ठी व स्वास्थ्य मेला का आयोजन कस्तूरबा गांधी विद्यालय शिवरामपुर में किया गया जिसमें आयुष्मान भारत योजना के तहत संचालित स्वास्थ्य सुविधाएं जैसे प्रजनन, मातृत्व, नवजात, शिशु, किशोरी व युवाओं के स्वास्थ्य के संरक्षण व संवर्धन हेतु चलाई जा रही योजनाओं के बारे में लोगों को अवगत करवाया गया।
विद्यालय के बच्चियों के द्वारा संस्कृत कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को स्वस्थ व शिक्षा के प्रति जागरूक किया गया विद्यालय की बालिकाओं ने नृत्य, रंगोली, मेहंदी, गायन, निबंधलेखन व गीत के माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की थीम पर आधारित प्रस्तुतियां दी | जिन्हें मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया गया| समस्त बालिकाओं को निशुल्क टी शर्ट का वितरण अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवरामपुर डॉ0 राजेश सिंह ने किया|
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 भूपेश द्विवेदी ने कहा की
बालिकाएं देश का अभिमान है....व बेटी ही पूजा व बेटी ही मान है.....
साथ ही प्रधानाचार्या कविता मिश्रा को पौध गमला देकर सम्मानित किया और कहा कि आज एक मां एक व दो बेटी को ही अच्छे से नही पाल पाती है परंतु आप 100 बच्चियों को पालकर मां जैसा स्नेह,प्यार, हुआ सुरक्षा, प्रदान कर एक अनूठा मातृत्व का प्रतिमान बनकर उनकाे नया जीवन देकर उनका भविष्य गढ़ रही हैं|
सभी अतिथियों को तिलक लगाकर BPM श्रीमती सोनम श्रीवास्तव ने सम्मानित किया । मंच संचालन अरुण श्रीवास्तव ने व स्वास्थ्य प्रतिवेदन फार्मसिस्ट व जिला सचिव आरोग्य भारती बैजनाथ पटेल ने किया कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक आर के करवरिय, खंड शिक्षा अधिकारी अतुल दत्त तिवारी जी, जिला लेखा प्रबंधक सुरेंद्र श्रीवास्तव, समन्वयक बालिका शिक्षा संतोष कुमार साहू सहित सभी अतिथियों का स्वागत औषधिय पौधे देखकर डॉ0 डी के निगम, डॉ0 सुधीर सिंह, रोहित अग्रवाल, सुरेंद्र, श्रीराम अग्रवाल ने किया|
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवरामपुर के समस्त अधिकारी व कर्मचारी, RBSK टीम, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, कार्यालय सहायक,प्रेम्पति अमित, शुक्ला जी आदि ने अपना अपना सहयोग प्रदान किया| कार्यक्रम में सैकड़ो लोगों ने सहभागिता कर स्वास्थ्य मेले का लाभ उठाया और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासो की सराहन की।