ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन और डेविड वॉर्नर इन दिनों विवादों में घिरे हुए हैं। जॉनसन ने अपने कॉलम में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए वॉर्नर के चयन पर निशाना साधा था। जॉनसन ने कहा था कि वॉर्नर का चयन इस वजह से हुआ कि वह सीरीज के बाद संन्यास ले रहे हैं, न कि उनकी फॉर्म की वजह से हुआ था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ने साथ ही कहा कि मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली से मौजूदा खिलाड़ियों के रिश्ते बेहद अच्छे हैं। वह प्रदर्शन के आधार पर नहीं बल्कि संबंध के आधार पर टीम का चयन कर रहे हैं। इस विवाद के बाद से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में खलबली मच गई। हालांकि, टेस्ट के दौरान जॉनसन और वॉर्नर का आमना-सामना हो सकता था। हालांकि, अब ऐसा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है।
दरअसल, जॉनसन ने कहा था कि वह ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान टेस्ट सीरीज के लिए 'ट्रिपल एम' कमेंट्री टीम का हिस्सा होंगे। हालांकि, कंपनी द्वारा मंगलवार को जारी कमेंटेटरों की लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं था। इसमें मर्व ह्यूज, वसीम अकरम और मार्क टेलर जैसे दिग्गजों के नाम थे, लेकिन जॉनसन को इससे बाहर किया गया है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जॉनसन को कमेंट्री पैनल से ही हटा दिया है। वॉर्नर पर कॉलम के जरिये निशाना साधने के दो दिन बाद पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने इसके पीछे के कारण का खुलासा किया था। साथ ही अपने कॉलम पर ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता जॉर्ज बेली की प्रतिक्रिया को बचकाना और बेतुका बताया था।
जॉनसन ने वॉर्नर पर किए गए तीखे हमले को वापस नहीं लिया और खुलासा किया कि ये सब तब शुरू हुआ जब उन्हें अप्रैल में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज से एक कॉलम के जवाब में काफी व्यक्तिगत संदेश मिला था, जो उन्होंने वॉर्नर की पत्नी कैंडिस द्वारा फॉक्स स्पोर्ट के कार्यक्रम में टेस्ट टीम में अपने पति के स्थान का बचाव करने के बाद लिखा था। जॉनसन ने वॉर्नर के संदेश के बारे में कोई जानकारी नहीं दी लेकिन स्वीकार किया कि सिडनी में विदाई टेस्ट मैच की वॉर्नर की इच्छा और उस मैसेज ने उन्हें कॉलम लिखने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा, 'लोगों को मेरा कॉलम पसंद आया और उससे जुड़े हैं। उन्हें ऐसा लगा कि इसका एक निजी पक्ष भी है, जो कि वाकई है। लेकिन जब मैंने आर्टिकल लिखे हैं, तो मैंने हमेशा यह कोशिश की है कि मैं जो भी लिखूं, बाद में उसका बचाव करने की पूरी तैयारी रखूं। यह मेरी राय है, यह केवल एक राय है। मेरे लिए यह आर्टिकल लिखना एक मुश्किल काम था। जब मैंने इसे लिखा, तो मुझे पता था कि यह शायद लोगों का थोड़ा ध्यान आकर्षित करेगा।
जॉनसन ने कहा- कुछ समय पहले डेव (डेविड वॉर्नर) ने मुझे एक मैसेज किया था, जो कि बेहद निजी था। मैंने वॉर्नर को कॉल करने और इस बारे में बात करने की कोशिश की थी। जो कि मैं हमेशा करता हूं और किसी से भी किसी परेशानी में बात करने के लिए तैयार रहता हूं। मैं जानता हूं कि जब मैंने खेलना छोड़ दिया था, तो मैं खिलाड़ियों से उनके खेल को लेकर बातचीत करता रहता था। मैंने अपने खिलाड़ियों से कहा था कि अगर मैं मीडिया से बात कर रहा हूं और जो मैं कह रहा हूं या लिखा रहा हूं, अगर वह तुम्हें पसंद न आए तो मुझसे बात करें और मैं इसके लिए हमेशा तैयार हूं।
जॉनसन ने कहा- वॉर्नर ने जो मैसेज मुझे किया था, वह काफी निजी था। इससे पहले तक हमारे रिश्ते उतने बुरे नहीं थे जितने उस मैसेज के बाद हुए थे। यही वह क्षण था, जिसने मुझे यह आर्टिकल लिखने के लिए प्रेरित किया। उसमें भी मैंने कुछ बातें ही बोली हैं, ज्यादा नहीं। निश्चित तौर पर वह एक कारण था। उस मैसेज में कुछ बातें जो कही गई थीं, मैं कभी उन्हें या किसी को नहीं कहूंगा। अब यह वॉर्नर पर है कि वह मुझसे इस मसले पपर बात करते हैं या नहीं। अगर वह मुझसे बात करते हैं तो मैं तैयार हूं। कुछ बातें जो उस मैसेज में लिखी गई थीं वह बेहद निराशाजनक थीं। सच कहूं तो उस मैसेज में लिखी गई बातें बहुत ही बुरी थीं।
42 साल के जॉनसन ने यह भी खुलासा किया कि वह वॉर्नर पर कॉलम के जवाब में मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली द्वारा की गई टिप्पणियों से आहत हैं। ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता ने जॉनसन के मानसिक स्वास्थ्य पर हमला किया था। 2015 विश्व कप जीत चुके जॉनसन ने कहा कि बेली ऑस्ट्रेलियाई टीम के मौजूदा खिलाड़ियों के इतने करीब हैं कि वे टीम के हित में और कड़े फैसले करने से डरते हैं।
जॉनसन द्वारा पाकिस्तान टेस्ट सीरीज के लिए टीम में वॉर्नर के चयन पर हमले का जवाब देते हुए बेली ने कहा था- मुझे इसके छोटे-छोटे स्क्रीनशॉट भेजे गए हैं। मुझे उम्मीद है कि वह ठीक हैं। अब इसके जवाब में जॉनसन ने कहा- यह पूछना कि क्या मैं ठीक हूं क्योंकि मुझे मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, इससे उन्होंने मेरे आर्टिकल को बहुत कम महत्व दिया है और मेरे स्वास्थ्य का मजाक उड़ाने की कोशिश की है, जो कि गलत बात है। यह मूल रूप से किसी के मानसिक स्वास्थ्य पर कटाक्ष करना और यह कहना है कि मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से मैंने यह सब लिखा है। यह सच्चाई नहीं है। यह पूरी तरह से विपरीत है। मैं वास्तव में स्पष्ट मानसिकता वाला व्यक्ति हूं।
जॉनसन ने द वेस्ट ऑस्ट्रेलियन के लिए अपने कॉलम में लिखा- जब हम डेविड वॉर्नर की विदाई सीरीज की तैयारी कर रहे हैं, तो क्या कोई मुझे बता सकता है कि क्यों? संघर्ष कर रहे टेस्ट सलामी बल्लेबाज को संन्यास की तारीख खुद तय करने का मौका क्यों मिला है? और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े स्कैंडल में से एक रहे खिलाड़ी को हीरो जैसी विदाई क्यों मिल रही है और उन्हें क्यों चाहिए?
जॉनसन ने लिखा, 'हालांकि सैंडपेपरगेट में वॉर्नर अकेले नहीं थे। वह उस समय टीम के वरिष्ठ सदस्य थे और ऐसे खिलाड़ी थे जो 'लीडर' या यूं कहें सीनियर के रूप में अपनी शक्ति का उपयोग करना पसंद करते थे। अब जिस तरह से वह बाहर जा रहे हैं, वह उसी अहंकार और हमारे देश के प्रति अनादर से प्रेरित है। वॉर्नर के लिए फैंस क्या लेकर आएंगे? सैंडपेपर भी कम पड़ जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सिर्फ बल्ले या गेंद से आपकी उपलब्धियों के बारे में नहीं है। आपने खुद को कैसे संभाला और आपने खेल को कैसे खेला, यह आपके जाने के बाद लंबे समय तक जीवित रहेगा।