बहराइच । सुरजापुर माफी स्थित आनन्द पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि मा. राज्य मंत्री कारागार श्री सुरेश राही ने कहा कि शिक्षा विकास की कुंजी है। श्री राही ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में विद्यालय के माध्यम से निर्धन समाज के युवा वर्ग को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना पुनीत कार्य है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षण संस्थाओं के विस्तार से बालिकाओं को शिक्षा ग्रहण करने में आसानी होती है। श्री राही ने शिक्षण संस्थान के जिम्मेदारों का आहवान कि बच्चों उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करें जिससे ग्रामीण परिवेश के युवक-युवतियां अच्छे पदों पर आसीन होकर क्षेत्र के विकास में सहयोग प्रदान कर सकें।
मा. राज्यमंत्री श्री राही ने कहा कि देश के मा. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी व प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिक्षा को लेकर अत्यन्त संजीदा है।
श्री राही ने कहा कि आज प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय भी किसी दूसरे स्कूलों से पीछे नहीं है। शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालय में निःशुल्क शिक्षा के साथ-साथ एमडीएम, ड्रेस, छात्रवृत्ति सहित अनेकों सुविधाएं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि देश के अग्रणी प्रदेश उत्तर प्रदेश में हम शीघ्र ही एक जनपद एक मेडिकल कालेज के लक्ष्य को हासिल कर आमजन को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मा. राज्यमंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्राओं के प्रयासों की सराहना करते हुए शिक्षण संस्थान तथा छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना ही।
कार्यक्रम को जनपद श्रावस्ती के जिला पंचायत अध्यक्ष दद्दन मिश्रा ने कहा कि देश में लागू की गई नई शिक्षा नीति देश के युवाओं के लिए मील का मत्थर साबित होगी। डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के अध्यक्ष भुवन नाथ पासवान व महिला मोर्चा की पदाधिकारी ज्योति सिंह ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए शिक्षण संस्थान के प्रयासों की सराहना की।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत रंगारंग प्रस्तुति कार्यक्रम का मुख्य आर्कषण रहा। इस अवसर पर कारागार अधीक्षक राजेश यादव, पीडी डीआरडीए राज कुमार, नायब तहसीलदार बहराइच सुरेन्द्र यादव, उद्यान विभाग के योजना प्रभारी आर.के. वर्मा, शिक्षण संस्थान के प्रबन्धक वीरेन्द्र पासी, प्रधानाचार्य बिन्नू सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं व उनके अभिभावकगण मौजूद रहे।