सहारनपुर नगर में एक ऐसा यादगार दिन जो शायद आने वाले समय में हमेशा हर नारी याद कर गौरवान्वित होगीनारी शक्ति सम्मेलन में बढ़ चढ़ कर सभी वर्गों की महिलाओं ने भाग लिया, हर्ष का विषय है।
’नारी तुम अबला हो’ पंक्ति को परिवर्तित करने वाला कार्यक्रम था, जिसमें सभी नारियों ने सिद्ध कर दिया कि हम सबला है और हर एक क्षेत्र में अपना सर्वाेत्तम दे सकते हैं।
कार्यक्रम की मुख्य संयोजिका एवं सह संयोजिका मंजू शर्मा ने कार्यक्रम को तीन सत्रों में बांटा था।
प्रथम सत्र का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ, साध्वी मैत्रेयी, देवी सुदीक्षा, डॉ. वेद प्रभा, ब्रह्म कुमारी शान्ति देवी, सरिता भाटिया, डॉ. अमिता अग्रवाल द्वारा किया गया। शंखनाद की गूँज ने सारे वातावरण को बहुत सुन्दर बना दिया।
मुख्य संयोजिका अनिता शर्मा ने मुख्य अतिथि साध्वी मैत्रेयीको पगड़ी बांध एवं शाल पहना स्वागत किया।
जानवी मित्तल तथा वर्तिका सैनी द्वारा गाई गई संगीत में संक्षिप्त रामायण का गायन किया गया सुदीक्षा देवी जी ने प्राचीन नारी चरित्र के उदाहरण देकर महिला सशक्तिकरण पर प्रकाश डाला।
तदुपरांत कार्यक्रम की मुख्य वक्ता साध्वी मैत्रेयी गिरि महाराज जी ने महिलाओं को स्व के साथ राष्ट्र के लिए संबोधित किया। समाज को बदलने के लिए हमें सीता बनना तो पुरुष स्वयं राम बन जाएंगे। समाज का सुधार स्वयं हो जाएगा द्वितीय सत्र में चर्चा का विषय महिला की स्थानीय समस्या था।
चर्चा में मंजू शर्मा, अल्पना तलवार, डॉ. अमिता अग्रवाल, डॉ. नीलू राणा, वीणा बजाज ,सरिता भाटिया, डॉक्टर किरण शर्मा, डॉ. कांता त्यागी तथा दीप्ति जौहरी उपस्थिति रही। तत्पश्चात अपने क्षेत्र में विशेष स्थान प्राप्त नारी को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन निधि राना तथा कल्पना शर्मा जी ने सयुंक्त रूप से किया। राष्ट्र शक्ति को जाग्रत करने में यह महासम्मेलन पूर्ण रूपेण सफल रहा।
कार्यक्रम में मंजू शर्मा, कंचन तेहरी, वीना बजाज, अल्पना तलवार, स्नेह गुम्बर, माला शर्मा, कंचन सेठी, किरन शर्मा जी , बबीता मलिक जी, अलका कुमार जी और भी नारी शक्ति उपस्थित रही। कार्यक्रम की सफलता के लिए संयोजिका अनिता शर्मा जी ने सभी को साधुवाद दिया।