कुमारावस्था से ही भक्ति करनी चाहिए : रमेश बाबा

मथुरा। राधा रानी ब्रज यात्रा के संचालक पद्मश्री रमेश बाबा नित्य राधा रानी ब्रज यात्रा के आगे आगे चलते हैं। गुरुवार को जब यात्रा जय गुरुदेव पड़ाव स्थल से आगे बढ़ी तो मधुवन पहुँचने के पूर्व रमेश बाबा ने यात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम जहां पहुँच रहे हँ। यहाँ बालक ध्रुव ने तपस्या कर के केवल ६ माह में भगवद् प्राप्ति करली थी। बालक बड़ा ही निर्मल होता है और निर्मल मन ही प्रभु को अच्छा लगता है।

 इसलिए भक्ति प्रारम्भ करने का सबसे उत्तम समय बाल्यावस्था ही है। मधुवन बिहारी के दर्शन कर मासूम नगर यात्रा पहुँची जहां यात्रा का ब्रजवासियों ने स्वागत किया और सभी को केले वितरित किए । इसी तरह तालवन में भी ब्रजवासी आतिथ्य में लगे दीखें । तालवन से क़ुमुद वन दर्शन कर नाचते गाते यात्री पड़ाव स्थल पर पहुँचे। यहाँ भी जगह जगह स्वागत से आविर्भूत हुए यात्री ।दर्शित स्थलों का माहात्म्य निरूपण संध्या भामिनी शरण ने किया ।