किसानों की समस्याओं को सुन निस्तारण के दिए निर्देश

◆किसान दिवस पर जिलाधिकारी ने कृषि भवन में की किसानों की सुनवाई

ब्यूरो / बलिया: किसान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बुधवार को कृषि भवन सभागार में किसानों की समस्याओं को सुना। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों की शिकायतों को शीर्ष प्राथमिकता पर सुनी जाए। खासकर नलकूप, सिंचाई व बिजली विभाग के अधिकारी को विशेष रूप से किसानों की बातों का ख्याल रखने को कहा। 

इस अवसर पर किसान नेता अखिलेश सिंह ने किसानों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। कुछ सरकारी ट्यूबेल बंद रहने की वजह बिजली विभाग को बताते हुए तत्काल निदान कराने की अपील की। इस पर जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के सदस्य अभियंता को निर्देश दिया कि खंड के अधिशासी अभियंता के साथ संबंध में बनाकर जल्द से जल्द  इस समस्या का निस्तारण करें। हिदायत भी दिया कि किसानों की समस्या के समाधान करने में अगर लापरवाही सामने आई तो कार्रवाई तय है। 

किसानों ने जिलाधिकारी को लाइन ट्रिपिंग, लो वोल्टेज, एवं फीडर की समस्या के कारण किसानों को सिंचाई करने, बच्चों की पढ़ाई एवं उमस भरी गर्मी से लोगों को होने वाली समस्याओं से अवगत कराया। इस पर जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता से तत्काल इस व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिये। किसानों ने गोपालनगर टांडी, रेंगहा और भोजपुरवा जैसे 9 गांवों को कटान से बचाने के लिए पक्के ठोकर के निर्माण कराने के लिए जिलाधिकारी से गुजारिश की, इस पर जिलाधिकारी ने किसानों को पक्के ठोकर के निर्माण कार्य का सकारात्मक भरोसा दिया। 

किसानों ने यूरिया के तय रेट से अधिक रेट पर बेचने की शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने जिला कृषि अधिकारी को टीम बनाकर रिटेलर्स एवं होल सेलरों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि फसलों की सीजन के दौरान उर्वरक के कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए, अगर जरूरत पड़ी तो हम दूसरे विभाग के अधिकारियों से भी इन होलसेलर्स और रिटेलर्स की जांच करवाएंगे। 

जिलाधिकारी ने किसानों से कहा कि आप अपने फसल मक्का और बाजरे को बेचने के लिए सरकार द्वारा खोले गए क्रय केंद्र पर ही लाकर बेचे, जिससे आप लोगों को फसलों का उचित मूल्य मिल सके। जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो भी बैठक के दौरान किसानों ने अपनी समस्याएं रखी है, उसकी अगली बैठक से पहले तक समाधान करके आएँ, तभी इस किसान दिवस की बैठक सार्थक सिद्ध होगी। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि धान और दूसरी फसलों से संबंधित पराली जलाने की घटना शून्य करना जरूरी है, ताकि प्रदेश स्तर पर व्यापक संदेश जाए,इसका जिलाधिकारी ने भरोसा जताया।

 उन्होंने कहा कि आजकल सेटेलाइट के माध्यम से पराली जलाने की घटना के लोकेशन का वास्तविक पता चल जाता है।कहा कि वह गो आश्रय स्थल पर गोबर मिलाकर पराली से कंपोस्ट खाद बनाने की प्रक्रिया चल रही है।। अन्य किसानों ने भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया, जिसके समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। इस अवसर पर सीडीओ प्रवीण वर्मा, डीएसओ रामजतन यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी संतोष यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी व किसान भाई मौजूद थे।