तथा महमूदाबाद लायर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने एसडीएम दिव्या ओझा पर काम न करने व तहसील मुख्यालय पर न रूकने तथा जनहित के मुद्दों पर ध्यान न देने एवं कार्यालय में अभद्र भाषा शैली प्रयोग करने के नियम और कानूनों का ज्ञान न होने से सम्बंधी कई गंभीर आरोप लगाते हुए 24 अप्रैल तक कार्य बहिष्कार की घोषणा कर रखी है। और वही वकीलों ने विधायक आशा मौर्या को भी ज्ञापन देकर एसडीएम के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी। क्षेत्र में अधिवक्ता-एसडीएम विवाद के चलते प्रभावित जनहित के कार्यों को देखते हुए विधायक आशा मौर्या भी तहसील पहुंची। और तहसील सभागार में एसडीएम दिव्या ओझा, तहसीलदार मनीष कुमार मौजूद थे। जहां पर विधायक ने बैठक के लिये अधिवक्ताओं को बुलाया किन्तु एसडीएम की मौजूदगी में अधिवक्ताओं ने कक्ष में आने से मना कर दिया। जिसके बाद एसडीएम सभागार से उठकर चली गईं।
अधिवक्ताओं ने विधायक को लायर्स एसोसिएशन सभागार में ले जाकर स्वागत किया और वार्ता शुरू की। वरिष्ठ अधिवक्ता बृजेन्द्र सहाय श्रीवास्तव ने विधायक को एसडीएम की कार्यशैली तथा अधिवक्ताओं के साथ किये गये व्यवहार एवं लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष के विरूद्ध एसडीएम द्वारा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी आदि बताते हुए स्थानान्तरण कराये जाने की मांग की। और वही सभागार में उपस्थित सभी अधिवक्ताओं ने कहा कि जब एसडीएम महमूदाबाद में रहेंगी तब तक कोई अधिवक्ता एसडीएम के न्यायालय में कार्य करने नहीं जायेगा। इस दौरान अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार पटेल, महामंत्री राजकिशोर वर्मा सहित तमाम अधिवक्ता उपस्थित रहे।